स्कूलों में अंबेडकर जयंती समारोह में आम तौर पर विशेष सभाएं, भाषण, नाटक और डॉ. बी.आर. अंबेडकर के जीवन और योगदान पर प्रकाश डालने वाली प्रस्तुतियां शामिल होती हैं। छात्र अक्सर उनके काम और मूल्यों से संबंधित कलाकृतियाँ और शिल्प बनाते हैं, जबकि शिक्षक भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका पर ज़ोर देते हैं।
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